नैनीताल के अधिवक्ताओं ने किया पूर्ण कार्य बहिष्कार

नैनीताल। जिला न्यायालय के अधिवक्ताओं ने शुक्रवार को एक महत्वपूर्ण मुद्दे को लेकर केंद्र सरकार के खिलाफ विरोध जताया।जिला बार एसोसिएशन ने अपर जिला अधिकारी के माध्यम से राष्ट्रपति को एक ज्ञापन प्रेषित किया है, जिसमें केंद्र सरकार की ओर से प्रस्तावित एडवोकेट एक्ट में संशोधन के खिलाफ अपना कड़ा विरोध दर्ज कराया है। एसोसिएशन का मानना है कि प्रस्तावित संशोधन अधिवक्ताओं के अधिकारों का उल्लंघन करते हैं और इसके माध्यम से केंद्र सरकार का प्रयास है कि वह अधिवक्ताओं और उनके संगठनों पर पूर्ण नियंत्रण स्थापित कर सके।

ज्ञापन में यह भी स्पष्ट किया गया है कि प्रस्तावित संशोधनों में कई ऐसे प्रावधान शामिल हैं जो अधिवक्ताओं के हितों के प्रतिकूल हैं। एसोसिएशन ने आरोप लगाया है कि कुछ प्रावधानों को दंडात्मक रूप से लागू किया गया है, जो किसी भी रूप में स्वीकार्य नहीं हैं। इस प्रस्ताव का उद्देश्य स्पष्ट रूप से अधिवक्ताओं की स्वतंत्रता को समाप्त करना और उन्हें अप्रत्यक्ष रूप से नियंत्रित करना है, जो कि कानून की स्वतंत्रता और न्याय के मूल सिद्धांतों के खिलाफ है।
जिला बार एसोसिएशन ने अपने ज्ञापन में यह भी अनुरोध किया है कि महामहिम राष्ट्रपति अपने स्तर से भारत सरकार को इस विरोध के आधार पर पुनः विचार करने का निर्देश दें। अधिवक्ताओं का मानना है कि यदि इस संशोधन को लागू किया जाता है तो यह न्यायिक प्रक्रिया के स्वतंत्र कार्यप्रणाली को गंभीर रूप से प्रभावित करेगा।
ज्ञापन में यह भी कहा गया है कि अधिवक्ताओं का मुख्य उद्देश्य न्यायिक स्वतंत्रता को बनाए रखना है, और इसके लिए वे किसी भी प्रकार के अनावश्यक और दमनकारी नियंत्रण का विरोध करते हैं। उन्होंने अपनी बात को दृढ़ता से व्यक्त किया है कि अधिवक्ता स्वतंत्र रूप से न्यायिक कार्य करते रहें और उनके कार्यक्षेत्र में किसी प्रकार का बाहरी हस्तक्षेप नहीं होना चाहिए।
एसोसिएशन के अध्यक्ष ने इस ज्ञापन के माध्यम से राष्ट्रपति से आग्रह किया है कि वे इस मामले पर त्वरित रूप से ध्यान दें और भारत सरकार से इस प्रस्तावित संशोधन पर पुनः विचार करने के लिए कदम उठाने का अनुरोध करें।
इस दौरान अध्यक्ष ओमकार गोस्वामी, सचिव संजय सुयाल, उपाध्यक्ष अनिल हरनवाल, उपसचिव मनीष काण्डपाल, मान सिंह बिष्ट, ज्योति प्रकाश, आरके पाठक, रविशंकर , पंकज कुमार, प्रमोद कुमार, चन्दन सिंह बोरा, भगवद प्रसाद, तरुण चन्द्रा, आनंद पडियार, किरन, नितेनद्र प्रशाद, सुभाष जोशी आदि लोग मौजूद रहे।