राम रहीम की सियासत से दूर एक रामलीला ऐसी भी- सीता बनी “रिदा खान”- आपसी सौहार्द की मिसाल
नैनीताल। राम-रहीम की सियासत को लेकर जहाँ पूरे देश में सियासत चरम पर रहती है वहीं देवभूमि उत्तराखंड के नैनीताल शहर में आपसी सौहार्द की मिसाल पेश करती रामलीला का मंचन किया जा रहा है।
यहाँ धर्म और सियासत की राजनीति से दूर हिन्दू-मुश्लिम से परे एकता की परिकल्पना को साकार करती रामलीला वास्तव में राम राज्य की कल्पना को साकार करती है।
नैनीताल शहर के तल्लीताल क्षेत्र में हो रही रामलीला में मुश्लिम समाज की बेटी रिदा खान सीता का किरदार निभा रही हैं।
इससे पहले भी रिदा रामलीला में सबरी का किरदार निभा चुकी हैं।
बसंत वैली पब्लिक स्कूल में कक्षा 8वीं में पढ़ रही रिदा खान को बचपन से ही संगीत में रुचि है और वो एक कुशल सितार वादक भी है।