नैनीताल में विभिन्न संगठनों ने निकाला शाम को मशाल जुलूस, जुलूस के दौरान जिला प्रशासन पर ऐतिहासिक धरोहरों को हटाने व नैनीताल की संवेदनशीलता के साथ छेड़छाड़ करने का लगाया आरोप
नैनीताल । तल्लीताल से महात्मा गांधी जी की मूर्ति विस्थापित किये जाने व मल्लीताल से गोविंद बल्लभ पंत जी की मूर्ति शिफ्ट करने और तल्लीताल के ऐतिहासिक पोस्ट ऑफिस को ध्वस्त करने, बलियानाला के ऊपर विशाल पार्किंग बनाने की जिला प्रशासन की योजना के विरोध में शाम को कई संगठनों ने संयुक्त रूप से नैनीताल में मशाल जुलूस निकालकर प्रशासन के खिलाफ जबरदस्त नारेबाजी की । यह जुलूस मल्लीताल रामसेवक सभा परिसर से माल रोड होते हुए तल्लीताल डांठ पर पहुंचा। इस दौरान रामधुन गाने के साथ जुलूस का समापन हुआ । इन संगठनों के इस विरोध प्रदर्शन को एक माह से अधिक का समय हो गया है।
इस दौरान जिला प्रशासन पर मनमर्जी से नैनीताल की संवेदनशीलता के साथ खिलवाड़ करने व नैनीताल की धरोहरों को तहस नहस करने के गम्भीर आरोप लगाए और प्रशासन की इस मंशा के खिलाफ लोकतांत्रिक तरीके से विरोध जारी रखने का संकल्प लिया गया ।
इस जुलूस प्रदर्शन में पद्मश्री प्रो. शेखर पाठक, प्रो. उमा भट्ट, कैलाश जोशी (एकवोकेट), कैलाश तिवाड़ी एडवोकेट, जहूर आलम, कैलाश अधिकारी,भावना भट्ट, विनोद पांडे, प्रो. शीला रजवार, किशन नेगी व्यापार मंडल अध्यक्ष, कविता उपाध्याय, चम्पा उपाध्याय, माया चिलवाल, मनमोहन चिलवाल, डॉ. सरस्वती खेतवाल, धीरज बिष्ट, प्रताप सिंह खाती, मनमोहन सिंह, कुंदन सिंह, हरीश पाठक, भारती जोशी, प्रियंका, हिमानी, दिनेश उपाध्याय, इन्दर नेगी, मोहन जोशी, राज्य आंदोलनकारी शाकिर अली, कंचन चंदोला, दुर्गा मेहता अध्यक्ष हाईकोर्ट बार एसोसिएशन, यशपाल रावत, नरेंद्र, जय जोशी, अजय कुमार सहित महिला मंच, कांग्रेस, उत्तराखंड लोक वाहिनी, उत्तराखंड परिवर्तन पार्टी, बलिया नाला संघर्ष समिति, उत्तराखंड राज्य आंदोलनकारी क्रान्तिकारी मोर्चा के पदाधिकारी शामिल थे ।