पूर्व सभासद भूपाल कार्की ने सूखाताल वार्ड को पिछड़ा वर्ग महिला घोषित किये जाने पर घोर आपत्ति जताई
नैनीताल। नगर पालिका चुनाव में वार्ड सीटों में किये गये आरक्षण को लेकर लोगों ने नाराजगी व्यक्त की है। नैनीताल नगर पालिका के सूखाताल वार्ड के पूर्व सभासद भूपाल सिंह कार्की ने जिलाधिकारी व जिला निर्वाचन अधिकारी को पत्र लिख कर सूखाताल वार्ड को पिछड़ा वर्ग महिला घोषित किये जाने पर घोर आपत्ति की है। अपने पत्र में कार्की ने कहा है कि सूखाताल वार्ड की सीट अन्य पिछड़ा वर्ग महिला की गयी है। जो बेहद अनुचित है। उन्होंने कहा कि मैट्रोपोल कंपाउंड का एक बड़ा हिस्सा ध्वस्तीकरण कर दिया गया है, जिसमें लगभग कई अन्य पिछड़ा वर्ग के लोग वहां से हटाये जा चुके है वह अब नैनीताल शहर भी छोड चुके है, जिससे उनका मतदाता सूची में नाम भी हट चुका है। इस कारण पिछड़े वर्ग की संख्या एक बड़े आकडे़ के रूप में इस सूखाताल वार्ड से हट चुकी है। वर्ष 2018 में इस सीट को अधिक पिछडा वर्ग के मतदाता होने के कारण यह सीट आरक्षित कि गयी थी जिसके लिए पवन जाटव पुत्र स्व. सुरेश जाटव पूर्व प्रत्याशी वार्ड नंबर 7 सूखाताल द्वारा आपत्ति दर्ज करायी गयी थी। जिसमें करीब 14 लोगों ने एक शपथ पत्र में यह लिखकर दिया था कि उनका नाम सूखाताल वार्ड में चढ़ाया गया है जो इस वार्ड के है ही नहीं, जिसको लेकर पवन जाटव ने वर्ष 2018 में उच्च न्यायालय में एक याचिका सूखाताल वार्ड को गलत तरह से आरक्षित करने हेतु डाली गयी थी, जिसमें उच्च न्यायालय ने जाँच के आदेश दिये थे। सूखाताल वार्ड में मैट्रोपोल कंपाउंड ध्वस्त होने के बाद एक बड़ी संख्या में जिसमें करीब 300 से 400 पिछड़ा वर्ग के लोगो का नाम मतदाता सूची से कट चुका है। अब उसे पिछड़ा वर्ग में डालना अनुचित है। उन्होंने कहा कि वह सुखाताल वार्ड के स्थायी निवासी हैं एवं पूर्व सभासद वर्तमान में सभासद प्रत्याशी सुखाताल वार्ड भी हैं। इसलिए उक्त वार्ड का आकलन कर पुनः सही सीट घोषित किया जाय, एवं पिछड़ा वर्ग की सीट उस वार्ड में दे जिसमें अधिक पिछड़ा वर्ग के लोग हो एवं उनको इसका फायदा मिल सकें।