ब्रेस्ट कैंसर के प्रति आशा फाउंडेशन की 6 अक्टूबर को निकाली जाएगी पिंक रैली,आशा शर्मा ने पिंक टी-शर्ट व टोपी की लॉन्च
नैनीताल । कैंसर के प्रति जागरूकता अभियान को जारी रखते हुए आशा फाउंडेशन द्वारा 6 अक्टूबर को नैनीताल में पिंक रैली निकाली जाएगी। डी एसए ग्राउंड में सभा आयोजित कर चिकित्सकों व विशेषज्ञों द्वारा कैंसर से बचाव की महत्वपूर्ण जानकारी प्रदान की जाएगी।
मंगलवार को न्यू क्लब में पत्रकारों से वार्ता के दौरान आशा फाउंडेशन की संस्थापक आशा शर्मा ने बताया कि पिंक रैली की तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। रैली में शहर के 21 विद्यालयों के छात्र छात्राएं भागीदारी करेंगे । जिन्हें आशा फाउंडेशन की ओर से पिंक टोपी व पिंक टी शर्ट प्रदान की जाएगी। जिसके बाद डी एस ए ग्राउंड से माल रोड होते हुए तल्लीताल तक और फिर वापस डी एस ए ग्राउंड तक स्कूली बच्चों व अन्य द्वारा रैली निकाली जाएगी । जो सुबह 8 बजे शुरू होगी। रैली के बाद डी एस ए ग्राउंड में सभा होगी । जिसमें स्वास्थ्य विभाग, जिला प्रशासन व पुलिस विभाग का भी सहयोग लिया जा रहा है।
बता दें कि आशा फाउंडेशन द्वारा 2019 से कैंसर के प्रति खासकर ब्रेस्ट कैंसर के प्रति जागरूकता के लिये पिंक रैली व अन्य जन जागरूकता कार्यक्रम किये जाते रहे हैं। आशा शर्मा ने कहा कि महिलाएं व बालिकाएं ब्रेस्ट कैंसर के शुरुआती लक्षणों की जानकारी संकोच व लज्जा के कारण अपने परिजनों को नहीं देती हैं। जिस कारण यह बीमारी गम्भीर स्थिति में पहुंच जाती हैं। जबकि छाती में गांठ होने या अन्य असामान्य स्थिति में तुरन्त परिवार जनों को अवगत कराकर चिकित्सकीय परामर्श लेना चाहिए । ताकि शुरू में ही इलाज हो सके । उन्होंने बताया कि ब्रेस्ट कैंसर पुरुषों में भी होता है। देश में कैंसर के मरीजों की संख्या लगातार बढ़ रही है। विश्व स्वास्थ्य संगठन ने 2040 में कैंसर रोग चरम पर होने की आशंका जताई है । किंतु उत्तराखंड में कैंसर जांच के आंकड़े पूरे देश में सबसे कम हैं जो चिंता की बात है। कहा कि कैंसर जैसी जानलेवा बीमारी के प्रति जागरूकता ही सबसे बड़ा व पहला उपचार है।
ज्ञात रहे कि महिला स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता को लेकर आशा फाउंडेशन समर्पित भाव से कार्य कर रही है। आशा फाउंडेशन द्वारा कुमाऊं और गढ़वाल में लगभग 40 ग्रामीण क्षेत्रों में जागरूकता कार्यक्रम
क्षेत्रों में जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किये हैं और पिछले 4 सालों से ग्रामीण महिलाओं को दोबारा प्रयोग में लाये जाने वाले सेनिटरी पैड दिए जा रहे हैं। अभी तक 4 हजार ग्रामीण महिलाओं को सेनेटरी पैड प्रदान किये गए हैं। पत्रकार वार्ता में प्रो. अजय रावत, डॉ. सुषमा रावत, मुन्नी तिवारी, नीलू एल्हेंस आदि मौजूद थे ।