माँ नयना देवी नैनीताल व्यापार मंडल ने काले फीते बांध कर किया जिला प्रशासन और पुलिस प्रशासन का विरोध,शहर में पार्किंग खाली और पुलिस प्रशासन सैलानियों के वाहनों को डायवर्ट कर शहर में प्रवेश करने से रोका जा रहा है व्यापारी इसे बर्दाश्त नहीं करेंगे-अध्यक्ष पुनीत टंडन
नैनीताल। माँ नयना देवी नैनीताल व्यापार मंडल के पदाधिकारियोंऔर सदस्यों ने जिला प्रशासन व पुलिस प्रशासन के विरोध में अपने हाथों के बाहों में काला फीता बांध कर विरोध प्रदर्शन किया। व्यापारियों ने सैलानियों के वाहनों को शहर में प्रवेश न कराने और शहर की पार्किंग खाली रहने के विरोध में जिला प्रशासन व पुलिस प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की।
माँ नयना देवी नैनीताल व्यापार मंडल की
नव वर्ष संबंधित जिला प्रशासन और पुलिस के इंतज़ाम साथ ही उस पर पर्यटन व्यवसाय पर प्रभाव होने के संबंध में एक समीक्षा बैठक अध्यक्ष पुनीत टंडन के गोल घर प्रतिष्ठान पर हुई ।
बैठक में सर्व प्रथम पर्यटन वाहनों को 70 प्रतिशत पार्किंग फुल होने पर रोकने के बारे में पुलिस के प्रस्तावित रूट प्लान का एक स्वर में कड़ा विरोध किया गया और इस व्यवस्था को ख़ारिज करते हुऐ बाँहों में काली पट्टी बांध कर मल्लीताल स्थित पंत पार्क पहुंचे जहां व्यापारियों ने एक स्वर में अपना गुस्सा जाहिर करते हुए विरोध प्रकट किया।
माँ नयना देवी नैनीताल व्यापार मंडल के अध्यक्ष पुनीत टंडन ने कहा कि
नैनीताल में हम एक तरफ़ पार्किंग व्यवस्था को बढ़ाने के साथ ही मल्टीलेवल पार्किंग की बात करते हैं दूसरी तरफ़ 30 प्रतिशत पार्किंग को ख़ाली रखने की बात करते हैं यह बफर किन कारणों से बनाया जाएगा यह बहुत बड़ा सवाल है साथ ही यह प्रशासनिक और पुलिस की ट्रैफिक व्यवस्था की अधूरी तैयारी को दर्शाता है और शत प्रतिशत पार्किंग फुल होने तक की व्यवस्था के लिये ट्रैफिक मैनेजमेंट प्लान पुलिस के पास ना होने का साफ़ साफ़ संकेत है।
पर्यटन व्यवसायियों का बीते वर्ष जब इसी प्रकार की बदइंतज़ामी से 30 और 31 दिसंबर और वाहनों को 2 जनवरी तक आने से रोका गया था तो बेहद कम व्यापार से भारी नुक़सान हुआ था। इस वर्ष भी ऐसा होना स्वाभाविक प्रतीत हो रहा है। आने वाले तीन माह स्कूल की छुट्टियाँ और सर्दी के मौसम से पहले व्यापारी वर्ग के लिए यह आख़िरी 3-4 दिन का व्यवसाय होता है जिससे की वो आने वाली मंदी के तीन माह का इंतज़ाम करता है।
माँ नयना देवी व्यापार मंडल एक बार पुनः विनम्रता से प्रशासन और पुलिस से आग्रह करता है की शत प्रतिशत पार्किंग फुल होने पर ही वाहनों को रोकने का फ़ैसला लिया जाए।
व्यापारियों की इसी संबंध में अगली समीक्षा बैठक 4 जनवरी को होना तय हुआ है। जिसमें आगे की रणनीति तय करी जाएगी।
विरोध प्रकट करने वालों में तरुण कांडपाल उपाध्यक्ष , शिव शंकर मजूमदार सचिव, अमरप्रीत सिंह कोषाध्यक्ष, गिरीश कांडपाल, पवन टंडन, देव कंसल, मनोज जोशी, अमित गुप्ता, विकास जयसवाल, जीत सिंह आनंद, विजय वर्मा, विश्वदीप टंडन, विनोद, अबरार, गगन, जितिन जेठी, सुमित जेठी, नरदेव शर्मा, फ़िरोज़ आदि व्यापारी शामिल रहे।