हरेला महोत्सव पहाड़ की सांस्कृतिक धरोहर-एसडीएम”हल्द्वानी बाजार वटी बर्मा सुनार वटी…..” “मैं पहाड़न मेरा ठुमका पहाड़ी…..” कुमाऊनी गीतों पर महिलाओं ने लगाए जमकर ठुमके
नैनीताल। लेक सिटी वेलफेयर क्लब द्वारा आयोजित दो दिवसीय हरेला महोत्सव का रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रमों के साथ समापन मुख्य अतिथि उप जिलाधिकारी प्रमोद कुमार ने किया।
सीआरएसटी इंटर कालेज में आयोजित हरेला महोत्सव के दूसरे दिन विभिन्न दलों की टीमों ने रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुति देकर दर्शकों में समा बांधे रखा। इस दौरान मुख्य अतिथि उप जिलाधिकारी प्रमोद कुमार ने दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया।
इस अवसर पर उन्होंने कहा कि हरेला महोत्सव पहाड़ की सांस्कृतिक धरोहर है। उन्होंने कहा हरेले का उत्सव प्रदेश के अलावा बाहर तक भी पहुंचाना होगा, ताकि पहाड़ की संस्कृति से देश विदेश के लोग भी रूबरू हो सकें।
समापन अवसर पर हरेला महोत्सव में भाग ले रही डेढ़ सौ महिलाओं को क्लब द्वारा पुरस्कार प्रदान कर सम्मानित किया गया।
कार्यक्रम में मां पाषाण देवी महिला समूह, नैनी महिला जागृति संस्था, शेर का डांडा महिला समूह, सात नम्बर महिला समूह, बुरांश समूह, मां जगदम्बा समूह, हाट कालिका समूह, नैनी महिला एवम बाल विकास समिति सूखताल, जै वैष्णव समूह अयारपाटा, दूनागिरी महिला समूह आदि डेढ़ सौ से अधिक महिला कलाकारों ने प्रस्तुतियां एक से बढ़कर एक बेहतरीन प्रस्तुतियां दी।
कार्यक्रम को सफल बनाने में
क्लब की अध्यक्ष ज्योति ढौंडियाल, सचिव दीपा पाण्डे, कोषाध्यक्ष कविता त्रिपाठी, शोभा यात्रा संयोजक रानी साह, कार्यक्रम संयोजक डां प्रगति जैन, सह संयोजक दीपिका बिनवाल, कंचन जोशी, प्रेमा अधिकारी, रमा भट्ट सहित वरिष्ठ सदस्य हेमा भट्ट, गीता साह, अमिता साह, जीवन्ती भट्ट, सीमा सेठ, विनीता पांडे, रेखा पंत , रेखा जोशी, सरिता त्रिपाठी, नीरू साह, ज्योति वर्मा, जया वर्मा, संगीता श्रीवास्तव, आभा साह, तन्नू सिंह, दया कुंवर, कविता जोशी, तनप्रीत आदि द्वारा योगदान दिया गया। इसके अलावा नि वर्तमान सभासद रेखा आर्या, गजाला कमाल, मानवाधिकार एवं बाल विकास विंग की प्रदेश अध्यक्ष शालिनी बिष्ट, राज्य आंदोलनकारी मुन्नी तिवारी, सावित्री, संतोष साह, हिमांशु पांडे ‘मित्र’ आदि मौजूद रहे। इससे पूर्व सामाजिक कार्यकर्ता शैलेश बिष्ट ने मुख्य अतिथि उप जिलाधिकारी प्रमोद कुमार को पुष्प गुच्छ देकर स्वागत किया।
कार्यक्रम का संचालन दीपा पाण्डे, डॉ प्रगति जैन एवं ज्योति ढोंडियाल, द्वारा किया गया।